न्यूज एक्सपोज, इंदौर।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के हुए प्रांतीय चुनाव का ले कर इंदौर की अदालत ने कॉंग्रेस महसचिव राहुल गॉंधी और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर 26 जून तक अदालत में अपना पक्ष रखने को कहा है ।
इसी वर्ष मार्च में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष के पर पर विपिन वानखेडे का चयन हुआ था । इनके चयन पर प्रक्रिया पर उस समय भी विवेक तंवर और शिवगंनी नामक छात्र नेताओं ने आपत्ति जताई थी ।इस संबंध में एनएसयूआई और कॉंग्रेस के पदाधिकारियों जिनमे राहुल गॉंधी और दिग्विजयसिंह शामिल थे को भी जानकारी दी थी । इनकी आपत्तियों को दरकिनार कर वानखेडे का एनएसयूआई का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था ।
इन दोनो नेताओं ने वानखेडे की नियुक्ति को ले कर एक वाद इंदौर के सत्र न्यायालय में लगाया था । अदालत को बताया गया कि विपिन वानखेडे ने जिस आयडियलिक कालेज का खुद को छात्र बताया है वह निपानिया में है ही नही इतना ही नही 66 अन्य छात्रों को भी इसी कालेज का छात्र बना कर फर्जी कायर्कारिणी बनाई गई ओर उसका प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होने एनएसयूआई का चुनाव लडा । जबकि वास्तव में विपिन किसी दूसरे कालेज का छात्र है । इतना ही नही उसने 11 बन्द पडे कालेजो के फर्जी छात्रों और बी एड कर रहे छात्रों को बी कॉंम का बता कर चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा दिलवाया । मामले के पैरवी कर रहे अभिभाषक विक्रम दुबे के अनुसार अदालत ने कॉंग्रेस महसचिव राहुल गॉंधी और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर 26 जून तक अदालत में अपना पक्ष रखने को कहा है ।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के हुए प्रांतीय चुनाव का ले कर इंदौर की अदालत ने कॉंग्रेस महसचिव राहुल गॉंधी और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर 26 जून तक अदालत में अपना पक्ष रखने को कहा है ।
इसी वर्ष मार्च में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष के पर पर विपिन वानखेडे का चयन हुआ था । इनके चयन पर प्रक्रिया पर उस समय भी विवेक तंवर और शिवगंनी नामक छात्र नेताओं ने आपत्ति जताई थी ।इस संबंध में एनएसयूआई और कॉंग्रेस के पदाधिकारियों जिनमे राहुल गॉंधी और दिग्विजयसिंह शामिल थे को भी जानकारी दी थी । इनकी आपत्तियों को दरकिनार कर वानखेडे का एनएसयूआई का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था ।
इन दोनो नेताओं ने वानखेडे की नियुक्ति को ले कर एक वाद इंदौर के सत्र न्यायालय में लगाया था । अदालत को बताया गया कि विपिन वानखेडे ने जिस आयडियलिक कालेज का खुद को छात्र बताया है वह निपानिया में है ही नही इतना ही नही 66 अन्य छात्रों को भी इसी कालेज का छात्र बना कर फर्जी कायर्कारिणी बनाई गई ओर उसका प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होने एनएसयूआई का चुनाव लडा । जबकि वास्तव में विपिन किसी दूसरे कालेज का छात्र है । इतना ही नही उसने 11 बन्द पडे कालेजो के फर्जी छात्रों और बी एड कर रहे छात्रों को बी कॉंम का बता कर चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा दिलवाया । मामले के पैरवी कर रहे अभिभाषक विक्रम दुबे के अनुसार अदालत ने कॉंग्रेस महसचिव राहुल गॉंधी और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर 26 जून तक अदालत में अपना पक्ष रखने को कहा है ।
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