न्यूज एक्सपोज, इंदौर।
अकोला-रतलाम ट्रेन के बोगी में लगी आग के मामले मुबंई से आया दल गुरुवार शाम लौट गया। गुरुवार दिनभर जांच दल ने लोगों के बयान दर्ज किए। अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है, इसलिए पूरा आग कैसे लगी खुलासा नहीं हुआ है।
मीटरगेज की ट्रेन के कोच में आग लगने का कारण प्राथमिक तौर पर रेलवे अफसरों द्वारा शॉर्ट सर्किट होना बताया गया। इसके अलावा यात्रियों ने भी कोच में लगे पंखे के बटन से आग की लपटें उठते देखी और शोर मचाकर अन्य यात्रियों को सतर्क किया। मामले की जांच के लिए मुंबई से आए दल में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक जीएम बनर्जी, मुख्य ट्रेक इंजीनियर एनके गर्ग, मुख्य बिजली इंजीनियर सुनील गोयल, मुख्य सुरक्षा अधिकारी एसके कुलश्रेष्ठ, मुख्य यांत्रिकी इंजीनियर केके अटल शामिल थे। इन्होंने बुधवार दोपहर घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही मामले की जांच शुरू कर दी थी। गुरुवार को इसको लेकर कमेटी के सदस्यों ने शाम 6 बजे तक लोगों के बयान लिए। सूत्रों के मुताबिक इसमें यात्रियों के अलावा ट्रेन के गार्ड, ड्रायवर, रेलवे का अन्य स्टॉफ व जीआरपी के वे दोनों जवान भी शामिल थे, जो कि घटना के समय मौके पर मौजूद थे। जांच के बाद गुरुवार शाम को ही दल वापस मुंबई रवाना हो गया। हालांकि मामले की जांच अभी भी जारी है। गौरतलब है कि आगजनी के मामले में कुछ यात्रियों ने कोच में पेट्रोल व शराब ढ़ोलकर आग लगाने की बात भी कही थी, लेकिन रेलवे अफसरों ने उनकी बात को उस दौरान तरजीह नहीं दी थी।
अकोला-रतलाम ट्रेन के बोगी में लगी आग के मामले मुबंई से आया दल गुरुवार शाम लौट गया। गुरुवार दिनभर जांच दल ने लोगों के बयान दर्ज किए। अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है, इसलिए पूरा आग कैसे लगी खुलासा नहीं हुआ है।
मीटरगेज की ट्रेन के कोच में आग लगने का कारण प्राथमिक तौर पर रेलवे अफसरों द्वारा शॉर्ट सर्किट होना बताया गया। इसके अलावा यात्रियों ने भी कोच में लगे पंखे के बटन से आग की लपटें उठते देखी और शोर मचाकर अन्य यात्रियों को सतर्क किया। मामले की जांच के लिए मुंबई से आए दल में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक जीएम बनर्जी, मुख्य ट्रेक इंजीनियर एनके गर्ग, मुख्य बिजली इंजीनियर सुनील गोयल, मुख्य सुरक्षा अधिकारी एसके कुलश्रेष्ठ, मुख्य यांत्रिकी इंजीनियर केके अटल शामिल थे। इन्होंने बुधवार दोपहर घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही मामले की जांच शुरू कर दी थी। गुरुवार को इसको लेकर कमेटी के सदस्यों ने शाम 6 बजे तक लोगों के बयान लिए। सूत्रों के मुताबिक इसमें यात्रियों के अलावा ट्रेन के गार्ड, ड्रायवर, रेलवे का अन्य स्टॉफ व जीआरपी के वे दोनों जवान भी शामिल थे, जो कि घटना के समय मौके पर मौजूद थे। जांच के बाद गुरुवार शाम को ही दल वापस मुंबई रवाना हो गया। हालांकि मामले की जांच अभी भी जारी है। गौरतलब है कि आगजनी के मामले में कुछ यात्रियों ने कोच में पेट्रोल व शराब ढ़ोलकर आग लगाने की बात भी कही थी, लेकिन रेलवे अफसरों ने उनकी बात को उस दौरान तरजीह नहीं दी थी।