1 नाबालिक भी
इंदौर
सोने-चांदी के आभूषणों में बट्टा लगवाने का काम करवा रहे 10 सराफा व्यापारियों की दुकानों से हाल ही में श्रम विभाग, महिला बाल विकास और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 8 बाल मजदूरों को छुड़वाया था। इनकी मेडिकल जांच पूरी हो जाने के बाद पता चला है कि आठ बाल मजदूरों में से 1 बाल मजदूर 14 वर्ष से कम है जो नाबालिक की श्रेणी में आता है। हांलाकि सभी व्यापारियों के खिलाफ श्रम विभाग एफआईआर करने की तैयारी कर रहा है।
श्रम विभाग के उप-आयुक्त जे.एस. उद्धे ने बताया है कि इन बाल श्रमिको की जांच एमवाएएच में चल रही थी। सोमवार को आई जांच रिपोर्ट में पता चला है कि 1 बाल श्रमिक की उम्र 14 से कम है और बांकि के 7 की उम्र 18 है। वर्तमान में यह बच्चे चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था की सुरक्षा में है। इनके घर और मता पिता के बारें में लगातार पता लगाया जा रहा है, जैसे- पता चलते जाएगा बच्चों को कोर्ट में गवाही देने के बात इनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इन बाल मजदूरों से काम करवाने वाले 10 सराफा व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और जे. जे. एक्ट के तहत मामला कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन माह पहले भी संयुक्त कार्रवाई करते हुए सभी विभागों में सराफा बजार से 19 बाल मजदूरों को 13 व्यापारियों की दुकानों में काम करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उस समय काफी राजनेतिक दवाब और पुलिस के ढील पोल रवैये के चलते मामला दब गया था, अब एक बार फिर से उसी बजार से बाल श्रमिको को मुक्त करवाया गया है। अब देखना है कि इन व्यापारियों की गिरफ्तारियों होती है कि नहीं।
इंदौर
सोने-चांदी के आभूषणों में बट्टा लगवाने का काम करवा रहे 10 सराफा व्यापारियों की दुकानों से हाल ही में श्रम विभाग, महिला बाल विकास और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 8 बाल मजदूरों को छुड़वाया था। इनकी मेडिकल जांच पूरी हो जाने के बाद पता चला है कि आठ बाल मजदूरों में से 1 बाल मजदूर 14 वर्ष से कम है जो नाबालिक की श्रेणी में आता है। हांलाकि सभी व्यापारियों के खिलाफ श्रम विभाग एफआईआर करने की तैयारी कर रहा है।
श्रम विभाग के उप-आयुक्त जे.एस. उद्धे ने बताया है कि इन बाल श्रमिको की जांच एमवाएएच में चल रही थी। सोमवार को आई जांच रिपोर्ट में पता चला है कि 1 बाल श्रमिक की उम्र 14 से कम है और बांकि के 7 की उम्र 18 है। वर्तमान में यह बच्चे चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था की सुरक्षा में है। इनके घर और मता पिता के बारें में लगातार पता लगाया जा रहा है, जैसे- पता चलते जाएगा बच्चों को कोर्ट में गवाही देने के बात इनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इन बाल मजदूरों से काम करवाने वाले 10 सराफा व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और जे. जे. एक्ट के तहत मामला कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीन माह पहले भी संयुक्त कार्रवाई करते हुए सभी विभागों में सराफा बजार से 19 बाल मजदूरों को 13 व्यापारियों की दुकानों में काम करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उस समय काफी राजनेतिक दवाब और पुलिस के ढील पोल रवैये के चलते मामला दब गया था, अब एक बार फिर से उसी बजार से बाल श्रमिको को मुक्त करवाया गया है। अब देखना है कि इन व्यापारियों की गिरफ्तारियों होती है कि नहीं।
No comments:
Post a Comment