न्युज एक्सपोज, इंदौर
रेलवे स्टेशन पर लगे विज्ञापनों के घोटाले के मामले में अब विजिलेंस ने भी दखल देना शुरु कर दिया है। अधिकारियों ने चार सदस्यीय एक कमेटी बनाई जिसकी जांच रिर्पोट आना बाकी है लेकिन इस मामले में पहले विजिलेंस ने विज्ञापन शाखा में छापा मार सीएम आई े सीएमआई पीपी शुक्ला, डिप्टी एसएस चंद्रशेखर शर्मा और आरसी जैन से क़ॉी पुछताछ की ।
सोमवार को रतलाम से विजिलेंस के एक अफसर ने इंदौर आकर सीएमआई, डिप्टी एसएस व एक अन्य से पूछताछ की। दिनकार चली पूछताछ के बाद वह शाम को वापस रवाना हो गया। अब उसमेंभी घोटाले के अन्य तथ्य उजागर होंगे। अवैध होर्डिंग और कम कीमत में बड़े आकार के स्टेशन या परिसर में लगे होर्डिंगों का मामला अब तूल पकड़ रहा है। इसकी जांच जहां एक ओर रेलवे के चार वरिष्ठ अफसरों की कमेटी कर रही है तो दूसरी ओर इसमें विजिलेंस की टीम ने भी कारर्वाई शुरु की। इसी कड़ी में सोमवार को रतलाम से विजिलेंस के वीके मकवाना इंदौर आए। यहां वे सीधे सीएमआई पीपी शुक्ला, डिप्टी एसएस चंद्रशेखर शर्मा और आरसी जैन के कार्यालय पहुंचे। यहां दिनकार तीनों अफसरों से अवैध होर्डिंग मामले में पूछताछ चलती रही। साथ ही उन्होंने फाइलें भी खंगाली। शाम तक चली पूछताछ और छानबीन के बाद विजिलेंस अफसर वापस रतलाम लौट गया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष अवैध होर्डिंग के मामले में ही सीएमआई चंद्रशेखर शर्मा ने सीनियर डीसीएम को एक पत्र लिखकर विज्ञापनों के होर्डिंग लगाने को लेकर हुई अनियमितता की जानकारी दी थी। साथ ही आगे की कारर्वाई के लिए मार्गदर्शन भी चाहा था, लेकिन मार्गदर्शन के इंतजार में मामला लंबे समय तक अटका रहा और फिर अब जांच शुरु हुई है।
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