न्यूज एक्सपोज, इंदौर।
मेघदूत उपवन में सोमवार शाम को कुत्तों ने एक मोर को नोंच नोंच कर खा लिया। मामला रफा-दफा करने के लिए उपवन के कर्मचारियों ने मोर के अवशेष को जलाकर नष्ट कर दिया। मामले में वन विभाग द्वारा जांच की जा रही है।
मेघदूत अपवन के पीछे बना बर्ड एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन में ठीक हो रहे कुत्तों द्वारा एक बार फिर मेघदूत उपवन में पल रहे मोरों पर हमला किया गया, जिसमें एक मोर कुत्तों का आहार बन गया। यह एसोसिएशन वन्यजीव प्रेमी सपना चौहान द्वारा संचालित किया जाता है। जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम को एसोसिएशन में ठीक होने आए कुछ कुत्तों ने एक मोर को अपना आहार बना लिया। सुबह जब लोग घुमने आए तो मोर के अवशेष देख सूचना दी। मामला गर्मा न जाए कुछ लोगों ने अवशेष नष्ट कर दिए।
बर्ड एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन एसोसिएशन की संचालिका सपना चौहान ने बताया कि जब यहां हमारी एसोसिएशन नहीं थी, तब भी मोर मरते थे। हमारे कुत्ते हमेशा बंद रहते हैं, इसलिए उनके द्वारा मोर नहीं खाए जा सकते हैं। जब भी यहां मोर मरते हैं एक पंडित हम ही आरोप लगाता है। अगर किसी ने मेरे कुत्तों द्वारा मोर खाते देखा हो तो सामने आए। ऐसे आरोप लगाना ठीक नहीं है। सोमवार को वन विभाग के कर्मचारियों ने भी हम ही अरोप लगाया कि एसोसिएशन ने ही मोर के अवशेष जलाए है। इधर गार्डन इंचार्ज द्वारा भी एफआईआर कराने की धमकी दी जा रही है। इधर नगर निगम द्वारा मोर की जमीन पर गुलाब गार्डन बनाया जा रहा है। प्रशुप्रेमी डॉ. सुधीर खेतावत ने बताया कि हमने मामले की जांच के लिए डीएफओ को पत्र लिखा है। वन विभाग इस मामले में जांच करा रहा है।
मेघदूत उपवन में सोमवार शाम को कुत्तों ने एक मोर को नोंच नोंच कर खा लिया। मामला रफा-दफा करने के लिए उपवन के कर्मचारियों ने मोर के अवशेष को जलाकर नष्ट कर दिया। मामले में वन विभाग द्वारा जांच की जा रही है।
मेघदूत अपवन के पीछे बना बर्ड एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन में ठीक हो रहे कुत्तों द्वारा एक बार फिर मेघदूत उपवन में पल रहे मोरों पर हमला किया गया, जिसमें एक मोर कुत्तों का आहार बन गया। यह एसोसिएशन वन्यजीव प्रेमी सपना चौहान द्वारा संचालित किया जाता है। जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम को एसोसिएशन में ठीक होने आए कुछ कुत्तों ने एक मोर को अपना आहार बना लिया। सुबह जब लोग घुमने आए तो मोर के अवशेष देख सूचना दी। मामला गर्मा न जाए कुछ लोगों ने अवशेष नष्ट कर दिए।
बर्ड एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन एसोसिएशन की संचालिका सपना चौहान ने बताया कि जब यहां हमारी एसोसिएशन नहीं थी, तब भी मोर मरते थे। हमारे कुत्ते हमेशा बंद रहते हैं, इसलिए उनके द्वारा मोर नहीं खाए जा सकते हैं। जब भी यहां मोर मरते हैं एक पंडित हम ही आरोप लगाता है। अगर किसी ने मेरे कुत्तों द्वारा मोर खाते देखा हो तो सामने आए। ऐसे आरोप लगाना ठीक नहीं है। सोमवार को वन विभाग के कर्मचारियों ने भी हम ही अरोप लगाया कि एसोसिएशन ने ही मोर के अवशेष जलाए है। इधर गार्डन इंचार्ज द्वारा भी एफआईआर कराने की धमकी दी जा रही है। इधर नगर निगम द्वारा मोर की जमीन पर गुलाब गार्डन बनाया जा रहा है। प्रशुप्रेमी डॉ. सुधीर खेतावत ने बताया कि हमने मामले की जांच के लिए डीएफओ को पत्र लिखा है। वन विभाग इस मामले में जांच करा रहा है।
No comments:
Post a Comment