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Tuesday 23 October 2012

रावण की मंडी


  न्यूज एक्सपोज, इंदौर।
मंगलवार को नवरात्रि का समापन हो रहा है। दशहरे पर विजयोत्सव की तैयारी की जा रही है। एक ओर जहां राम व हनुमान मंदिरों में उत्सव के लिए सजावट की जा रही है, वहीं समितियां बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों के दहन की तैयारी भी कर रही है। शहर की मालवा मिल मंडी में सालों से रावण मंडी लग रही है। यहां इस बार रसोई गैस की टंकी महंगी होने व सब्सिडी कम होने, राऊडी राठौर के रावण, अपराध बढ़ने को लेकर चित्रण करने वाले रावण के पुतलों को विशेष रूप से तैयार किया गया है। यहां पहले दो-चार पुतले बनाकर कलाकार बेचते थे, अब तो मंडी ही लग रही है। बड़े प्रतिष्ठानों से तो दो सौ पुतलों तक की बिक्री हो रही है। दस साल से रावण के पुतले बेच रहे सुशील राउत ने बताया कि यहां से पीथमपुर, सनावद, खरगोन, राऊ आदि स्थानों पर भी पुतले जाते हैं।
इस बार पच्चीस फीट का पुतला सांवरियाजी (राजस्थान) के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। इसका मुंह गैस की महंगी टंकी को प्रदर्शित करता प्रतीत होगा। ट्रक में सवार होकर यह मंगलवार रात तक गंतव्य पहुंच जाएगा। क्षेत्र में योगेश राउत, पिंटू भाऊ, जटाशंकर, आशीष राउत आदि सालों से पुतले बनाकर बेच रहे हैं। इसके अलावा प्रदीप जैन भी करीब एक दशक से पुतले बेच रहे हैं। मालवा मिल के अलावा अनाज मंडी, गोमा की फैल, पंचम की फैल में भी पुतले बिकते हैं।

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