Total Pageviews

Wednesday, 16 May 2012

हरियाली पर कुल्हाड़ी

  न्यूज एक्सपोज, इंदौर।
मौजूदा दौर में पर्यावरण संरक्षण समाज की सबसे बड़ी जरूरत है। यदि इसके लिए समय रहते सकारात्मक कदम नहीं उठाए गये तो मानव जीवन संकट में पड़ सकता है। प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष प्रत्येक जिले में पौधरोपण अभियान चलाया था। अब तक पर्यावरण प्रदूषण की तरफ सम्बन्धित विभागों के पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा किये गये सर्वेक्षण के अनुसार पिछले दो सौ वर्षो में वायुमंडल कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा 25 प्रतिशत बढ़ गई है। इसमें से आधी वृद्धि तो पिछले चार-पांच दशकों में हुई है। अब इस मुद्दे पर आम राय बन गई है कि पिछले करीब दस हजार वर्षो में जलवायु इतनी तेजी से कभी गर्म नहीं हुई थी, जितनी पिछले वर्ष हुई। वायुमंडल के ऊपरी हिस्से में फैली ओजोन परत सूर्य किरणों के खतरनाक अल्ट्रावायलट किरणों से पृथ्वी की जीवन रक्षा करती है, आज से लगभग छह-सात वर्ष पूर्व सीएफसी या क्लोरोफ्लोरो कार्बन नामक नये रसायन का उत्सर्जन शुरू हो गया है। इसका सबसे बुरा प्रभाव ओजोन परत पर पड़ा है।
राजेंद्र नगर ए बी रोड पर मार्ग चोड़ीकरण  के नाम पर सेकड़ो हरे भरे पेड़ो की बलि चड़ने का आदेश भी सरकारी अधिकारियो ने जारी कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के कायर्पालन यंत्री द्वारा आदेश क्रमांक 810 / भ.लि./ 2010 -2011 दिनांक 20 /03 /2012 के अनुसार मात्र 8 लाख 10 रुपये लेकर मेसर्स संदीप इंटरप्राइजेस लकड़ी मंडी को 900 हरे वृक्ष काटने का ठेका दे दिया, जबकि इन ही अधिकारियो से और प्रकृति के नादान ठेकेदारों से यदि 10 वृक्ष लगाने के लिए कहा जाए तो इनके सिर पर हजारो सल आ जाते।
जब इस घटना की जानकारी मानवाधिकार एसोसिएशन के सदस्य गोविंदा गुप्ता को मिली वेसे ही वे अपने साथियों के साथ वहा पहुचे े जहा से उन्होंने कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह जी से मोबाइल पर बात करी और पूरी स्थिति बताई। उन्होंने बताया की रोड तो सेंशन हुआ हे लेकिन पेड़ काटने की अनुमति मिली या नहीं इसकी जानकारी नहीं है। जिस पर गुप्ता ने  अधिकारी से बात करना चाही तो सम्पर्क नहीं हो पाया। जिसके बाद कम्पनी के सुपर वाइजर से बात करने पर उन्होंने उक्त आदेश बताया।
आदेश देखने के बाद आदेश में लिखे लोकनिर्माण विभाग की नियमावली मांगने पर उन्होंने भी हाथ खड़े कर लिए।
नहीं है उपयुक्त साधन...
आदेश के अनुसार कम्पनी को निर्देश दिए थे की कटाई और उससे सम्भंदित सभी उपयुक्त साधन होना अनिवार्य हे किन्तु कंपनी के पास कोई भी साधन नहीं थे। जिसके चलते यहां दुर्घटना और ट्राफिक जाम होना लाजमी है।
थाने ने झाडा पल्ला...
 जब गुप्ता का थाना प्रभारी के नाम का पत्र लेकर टीम के सदस्य सुबोद पाडगावकर और योगेश कुमार  थाने पहुचे तब वहा मौजूद एक पुलिस कर्मी ने ट्राफिक थाने में जाने की बात कही वही दूसरे पुलिस कर्मी ने वन विभाग जाने का कह कर पल्ला झाड़ लिया।

No comments: