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Sunday, 13 May 2012

तिजोरी ने उगले 27 सो रुपए

  न्यूज एक्सपोज, इंदौर

खातीवाला टैंक में व्यवसायी की हत्या और लूट में पुलिस ने पारदी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके बाकी साथियों की तलाश की जा रही है। तिजोरी खोलने पर इसमें रजिस्ट्री के कागजात और दो हजार नकद निकले।
एसएसपी ए.सांई मनोहर ने पत्रकारवार्ता में बताया कि 6 अप्रैल को तड़के खातीवाला टैंक निवासी लकड़ी व्यवसायी जसवीरसिंह छाबड़ा की हत्या और डकैती का खुलासा करते हुए कहा कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस की टीम अलग-अलग स्थानों पर भेजी गई है। श्री मनोहर के अनुसार इस वारदात का खुलासा करने में इंदौर क्राइम ब्रांच के अलावा गुना, राजस्थान और दिल्ली की पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। दो आरोपी पकड़ाने के बाद भी पुलिस इनसे माल बरामद नहीं कर पाई है।
खुली तिजोरी निकली रजिस्ट्री व चंद रुपए
रविवार को दोपहर में पुलिस ने जब्त की गई तिजोरी को मृतक के भाई अमरजीत व अन्य परिजनों के सामाने खोली। एएसपी राजेशसिंह के अनुसार तिजोरी में दो हजार सात सो रुपए नकद, चांदी के सिक्के, चांदी का गिलास और रजिस्ट्री के कागजात मिले हैं।
इनको किया गिरफ्तार
पुलिस ने डकैत देवा उर्फ काढा  पिता राका पारदी (20) निवासी खेजड़ाचक जिला गुना और चिकान उर्फ चिकन पिता राधेश्याम पारदी (19) निवासी खेजड़ाचक थाना धरनावद जिला गुना को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही कालिया एवं खेरू और दो अन्य को हिरासत में लिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। इस गिरोह का सरगना सूरज पारदी की तलाश की जा रही है।
कार और तिजोरी मिली
एसएसपी श्री मनोहर ने बताया कि घटना में प्रयुक्त हुण्डई वर्ना कार बड़नगर रोड़ पर मोहनपुरा के खाल से बरामद की गयी तथा लूटी हुई तिजारी क्षिप्रा नदी में भूखी माता मंदिर के पास क्रेन और गोताखोर की मदद से निकाली गयी। कार गुजरात के गोधरा से चुराई गई थी। कार से पर्ची मिली थी जिसमें सर्विसिंग सेंटर तय्यब गोधरा लिखा था।
इनका रहा योगदान
इस वारदात का खुलासा करने में क्राइम एएसपी मनोजकुमार राय, एएसपी राजेशकुमार सिंह, गुना एएसपी के.सी. जैन के अलावा जूनीइंदौर थाना प्रभारी टीएस वघेल, जयंत राठौर, आरक्षक रामप्रकाश वाजपेयी, रणवीरसिंह रघुवंशी, गुना के सउन रामवीर सिंह तथा प्रआर महेंद्र सिंह चौहान का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके अलावा दिल्ली क्राइम ब्रांच का भी आरोपियों को पकड़ने में योगदान रहा है

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